tag:blogger.com,1999:blog-3427770759641082254.post415152855846098284..comments2023-08-14T19:28:02.053+05:30Comments on मेरा प्रतिबिम्ब...: कृषि प्रधान देश में असहाय कृषकदीप्ति गरजोलाhttp://www.blogger.com/profile/17620141663171816409noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-3427770759641082254.post-59326307945441761872008-04-29T22:00:00.000+05:302008-04-29T22:00:00.000+05:30ये अच्छी बात है कि आप पत्रकारिता कर रही है और अभी ...ये अच्छी बात है कि आप पत्रकारिता कर रही है और अभी से लिख रही है, अच्छा लिख रही है .अच्छा लगा आपको पढ़ कर. आगे भी खोशिश करूँगा की आपके ब्लॉग पर भ्रमण करू. रुपेशAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3427770759641082254.post-58971160880469282602008-03-31T00:25:00.000+05:302008-03-31T00:25:00.000+05:30अरे दीप्ती जी इस देश मे किसान ओर फ़ोजी जवान की किसी...अरे दीप्ती जी इस देश मे किसान ओर फ़ोजी जवान की किसी को कोई फ़िक्र नही, ओर ना ही देश की फ़िक्र हे फ़िक्र हे तो इन नेताओ को अपने बच्चो, उन के आगे बच्चो की, अपनी तिजोरियो की हे,हम जेसे लोग यु ही चिखाते चिल्लते एक दिन मर जाये गे.मरे गे तो यह भी हम इंसान की मोत मरे गे, ओर यह शेतान की मोतराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3427770759641082254.post-42829383263366616382008-03-29T08:17:00.000+05:302008-03-29T08:17:00.000+05:30समृद्धि का छद्म जब टूटता, बिखरता है तो आत्महत्या ह...समृद्धि का छद्म जब टूटता, बिखरता है तो आत्महत्या होती है।<BR/>समस्या का व्यक्तिगत/मनोवैज्ञानिक पहलू ज्यादा सशक्त है। <BR/>और कर्ज माफी तो प्लेसबो है - एक एडिक्टिव प्लेसबो।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3427770759641082254.post-87486471086133324652008-03-29T05:26:00.000+05:302008-03-29T05:26:00.000+05:30आपकी बात में दम है. ज्वलंत विषय उठाने के लिए धन्...आपकी बात में दम है. ज्वलंत विषय उठाने के लिए धन्यवादAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/02514200566679057059noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3427770759641082254.post-85453213235440444352008-03-29T00:01:00.000+05:302008-03-29T00:01:00.000+05:30किसानो के परति आपकी चिन्ता वाजिब है.किसानो के परति आपकी चिन्ता वाजिब है.विजय गौड़https://www.blogger.com/profile/01260101554265134489noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3427770759641082254.post-31772179953751605372008-03-29T00:00:00.000+05:302008-03-29T00:00:00.000+05:30दीप्ती जी आप की बात से मैं सहमत हूँ ,किसान कि हाला...दीप्ती जी आप की बात से मैं सहमत हूँ ,किसान कि हालात बहुत ही गम्भीर है। सरकार के कर्ज माफी से कुछ नही होने वाला है। जरूरत है एक विधिवत रञप में इस समस्या से निदान पाने के लिए कार्यक्रम बनाने कि।अच्छे लेख के लिए बधाईAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/16883786301435391374noreply@blogger.com